इसके अलावा, बिहार में उद्योग स्थापित करने वाले उद्यमियों की महत्वपूर्ण सहायता के लिए कई अन्य उद्योग भी शुरू किये गये हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, ''इस बारे में विस्तृत अधिसूचना अलग से जारी की जाएगी.''
यह भी पड़े :- कांग्रेस ने भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर पर फर्जी मतदान का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से 2024 के चुनाव को रद्द करने की मांग की।
निवेशकों/उद्यमियों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज में शामिल हैं: पूंजीगत अनुदान, ब्याज अनुदान और जीएसटी के लिए दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को दोगुना किया जाएगा। सभी जिलों में उद्योग लगाने के लिए ज़मीन की व्यवस्था की जाएगी और ज़्यादा रोज़गार देने वाले उद्योगों को मुफ़्त ज़मीन दी जाएगी। श्री कुमार ने आगे कहा कि उद्योग लगाने के लिए आवंटित ज़मीन से जुड़े विवादों का प्राथमिकता के आधार पर निपटारा किया जाएगा।
2020 में सात निश्चय-2 के तहत हमारी सरकार ने 50 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी और रोज़गार देने का लक्ष्य पूरा किया। अब हमारी सरकार ने अगले पाँच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोज़गार देने का लक्ष्य रखा है। राज्य सरकार की इस पहल का उद्देश्य बिहार में उद्योगों को बढ़ावा देना, बिहार के युवाओं को कुशल और आत्मनिर्भर बनाना, उन्हें रोज़गार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराना और उनका भविष्य सुरक्षित करना है।"
एक टिप्पणी भेजें