Income Tax Return (ITR) निवेश करने की अंतिम तिथि AY 2025-26 नवीनतम अद्यतन (25 अगस्त): आयकर रिटर्न (आईटीआर) निवेश करने की अंतिम तिथि समाप्त होने में केवल 21 दिन शेष हैं, लेकिन AY 2025-26 (वित्त वर्ष 2024-25) के लिए आईटीआर की कुल संख्या पिछले वित्तीय वर्ष में निर्धारित कुल रिटर्न 50% तक पहुंच नहीं पाई है। निर्धारण वर्ष 2025-26 में करदाता वित्तीय वर्ष 204-25 में आय के लिए रिटर्न्स हारेंगे। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष (वित्त वर्ष 2023-24 के लिए) 9 करोड़ से अधिक साहस के दांव खेले गए थे।
इस वर्ष अब तक दाखिल और संसाधित कुल ITR
Income Tax Department की वेबसाइट के अनुसार, 25 अगस्त, 2025 तक कुल 3,67,94,801 आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल किए जा चुके हैं। इनमें से 3,54,25,015 रिटर्न सत्यापित हैं और 2,29,72,011 आईटीआर विभाग द्वारा संसाधित किए जा चुके हैं।
इस वर्ष आईटीआर दाखिल करने की अंतिम तिथि क्या है
केंद्र सरकार ने इस साल मई में वर्ष 2025-26 के लिए आईटीआर पॅमिली करने की समय सीमा बढ़ाने की घोषणा की थी। जिन कर एलॉटमेंट के लिए पात्रता की आवश्यकता नहीं है, वे अब 15 सितंबर 2025 तक अपना आईटीआर नामांकन कर सकते हैं। इस श्रेणी में कार्मिक वेतन भोगी लोग हैं। पहले आईटीआर नामांकन की अंतिम तिथि 31 जुलाई थी। जिन कर धारकों के लिए रजिस्ट्री की आवश्यकता है, उनके पास कर-दाखिल करने की जिम्मेदारी 31 अक्टूबर तक पूरी करने के लिए है।
क्या आईटीआर की अंतिम तिथि बढ़ाई जाएगी?
क्या आयकर विभाग रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि फिर से बढ़ाएगा? यह लाख टके का सवाल है और यह उन करदाताओं के मन में भी भारी पड़ रहा है जिन्होंने अभी तक अपना कर रिटर्न दाखिल नहीं किया है। करदाताओं और कर पेशेवरों को उम्मीद है कि सरकार रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि, जो वर्तमान में 15 सितंबर को समाप्त हो रही है, में कम से कम एक और विस्तार देगी।
गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जीसीसीआई) ने हाल ही में आईटीआर दाखिल करने की समय सीमा बढ़ाने की मांग की है। उसका कहना है कि मौजूदा हालात में करदाता और चार्टर्ड अकाउंटेंट समय पर रिटर्न दाखिल नहीं कर पाएंगे। कई चार्टर्ड अकाउंटेंटों ने भी इसी तरह की राय व्यक्त की।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) को लिखे पत्र में जीसीसीआई ने इस समय करदाताओं और पेशेवरों के सामने आने वाली कई “व्यावहारिक कठिनाइयों” पर भी प्रकाश डाला।
आईटीआर दाखिल करने की समय सीमा बढ़ाने की याचिका के पीछे प्रमुख तर्क
आईटीआर फॉर्म और उपयोगिताओं के जारी होने में देरी: आयकर विभाग ने इस साल विभिन्न आईटीआर फॉर्म और संबंधित उपयोगिताएँ काफी देरी से जारी कीं। आमतौर पर हर साल अप्रैल में उपलब्ध होने वाली उपयोगिताएँ जुलाई 2025 में जारी की गई हैं। कुछ उपयोगिताएँ समय सीमा समाप्त होने से एक महीने से भी कम समय पहले अगस्त में भी जारी की गईं।
तकनीकी गड़बड़ियाँ: कर पेशेवरों और करदाताओं ने आयकर ई-फाइलिंग पोर्टल पर अपने आईटीआर और कर ऑडिट रिपोर्ट अपलोड करते समय सिस्टम त्रुटियों, लॉग-इन विफलताओं और टाइमआउट जैसी समस्याओं की भी शिकायत की। इसके अलावा, फॉर्म 26AS, AIS और TIS में विसंगतियां और अपडेट में देरी जैसी अन्य समस्याएं भी कुछ करदाताओं को झेलनी पड़ीं।
गैर-कॉर्पोरेट संस्थाओं के लिए आईसीएआई द्वारा लागू किए गए नए मानकीकृत प्रारूप ने अनुपालन की प्रक्रिया को और जटिल बना दिया है।
त्यौहार: कर पेशेवरों ने यह भी बताया कि अगस्त से शुरू होकर सितंबर तक चलने वाले त्यौहार भी काम की गति को प्रभावित करेंगे।
इस बीच, कर पेशेवरों और आम करदाताओं का मानना है कि इस साल एक ऐसा गंभीर मामला है जिसके लिए आईटीआर दाखिल करने की समय सीमा बढ़ाई जानी चाहिए। वे चाहते हैं कि गैर-ऑडिट मामलों की समय सीमा 15 सितंबर से बढ़ाकर 30 अक्टूबर, 2025 कर दी जाए।
वित्त वर्ष 2024-25 (वित्त वर्ष 2025-26) के लिए आयकर रिटर्न की अंतिम तिथि में विस्तार
आईटीआर दाखिल करने की अंतिम तिथि वित्त वर्ष 2024-25 (आकलन वर्ष 2025-26) है। आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करना भारत में प्रत्येक करदाता के लिए एक महत्वपूर्ण दायित्व है। यह न केवल कर नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करता है, बल्कि इसमें आय के सभी स्रोतों की घोषणा, योग्य कटौतियों का लाभ उठाना और आयकर विभाग को कर देनदारियों की सूचना देना भी शामिल है।…
04.08.2025 तक दाखिल आयकर रिटर्न के आंकड़े
दाखिल किए गए आईटीआर: 2,51,34,926 सत्यापित आईटीआर: 2,43,02,930 सत्यापन लंबित आईटीआर: 8,31,996 संसाधित आईटीआर: 1,13,66,233 प्रसंस्करण लंबित आईटीआर: 1,37,68,693 आयकर रिटर्न दाखिल करने की मार्गदर्शिका: समय सीमा और प्रसंस्करण आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करना प्रत्येक करदाता के लिए एक महत्वपूर्ण वार्षिक ज़िम्मेदारी है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो...
आयकर आईटीआर दाखिल करने की अंतिम तिथि 2025 समयरेखा अपडेट
आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने की अंतिम तिथि आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करना भारत में प्रत्येक करदाता की एक मूलभूत ज़िम्मेदारी है। यह देश के कर कानूनों का अनुपालन सुनिश्चित करता है और इसमें आयकर विभाग को आय के सभी स्रोतों, कटौतियों और कर देनदारियों की जानकारी देना शामिल है। "अपना आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि...
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