फिल्म का नाम Sarzameen है |
निर्देशक: कायोज़े ईरानी
प्रोड्यूसर: करण जौहर
रिलीज़ प्लेटफॉर्म: JioCinema (25 जुलाई 2025)
अवधि: लगभग 2 घंटे 10 मिनट
मुख्य कलाकार: पृथ्वीराज सुकुमारन, काजोल, इब्राहिम अली खान
इसमें कहानी क्या है?
Sarzameen एक देशभक्ति पर आधारित ड्रामा फिल्म है जो एक युवा सैनिक (इब्राहिम अली खान) और उसके पिता (पृथ्वीराज सुकुमारन) के रिश्ते, बलिदान और कर्तव्य को दर्शाती है। फिल्म की पृष्ठभूमि बॉर्डर और सैन्य मिशनों पर आधारित है,
जहां दुश्मनों के षड्यंत्रों और आंतरिक भावनाओं की टकराहट को दिखाया गया है। फिल्म में काजोल एक सख्त लेकिन दिल से जुड़ी महिला की भूमिका निभाती हैं आप अगर इस फिल्म को अभी तक नहीं देखे है तो एक जरूर देखे ।
अभिनय और किरदारों का विश्लेषण आपको इसमें देखने के मिलेगा |
पृथ्वीराज सुकुमारन
फिल्म में उन्होंने एक अनुभवी और भावुक फौजी पिता का रोल निभाया है। उनका अभिनय सबसे ज़्यादा प्रभावशाली रहा, खासकर इमोशनल दृश्यों में।
काजोल
काजोल ने हमेशा की तरह एक मजबूत और दिल को छू लेने वाला प्रदर्शन दिया है। उनका किरदार फिल्म को गहराई देता है।
इब्राहिम अली खान
यह इब्राहिम की दूसरी फिल्म है और उन्होंने पहले से बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन कुछ हिस्सों में उनका अभिनय थोड़ा बनावटी महसूस होता है।
निर्देशन और स्क्रिप्ट किसका है |
कायोज़े ईरानी की यह फिल्म एक अच्छी सोच और भावना के साथ शुरू होती है, लेकिन स्क्रिप्ट कमजोर है। फिल्म का सेकेंड हाफ खिंचा हुआ लगता है और क्लाइमेक्स का ट्विस्ट अधूरा और बिना तैयारी के आता है। संवादों में दम नहीं है और कई दृश्य काफी अनुमानित लगते हैं।
क्या अच्छा है फिल्म है ?
पृथ्वीराज और काजोल का अभिनय
देशभक्ति की भावना को दिखाने की कोशिश
कुछ दृश्य जो इमोशनल कनेक्ट बनाते हैं
क्या खराब है इस फिल्म में |
कमजोर पटकथा और स्क्रिप्ट
इब्राहिम की सीमित भूमिका
क्लाइमेक्स का अधूरा असर
देशभक्ति का दिखावा, गहराई नहीं
सोशल मीडिया रिव्यू क्या है |
दर्शकों ने इसे औसतन 2.5/5 की रेटिंग दी है।
ट्विटर/एक्स पर दर्शकों ने इसे "ठीक-ठाक" या "वन टाइम वॉच" बताया है।
कई दर्शकों ने इसकी तुलना Shershaah या URI जैसी फिल्मों से की, और कहा कि यह उस स्तर की नहीं है।
निष्कर्ष
Sarzameen एक अच्छी सोच पर बनी फिल्म है लेकिन उसकी स्क्रिप्ट और निर्देशन उसे पूरी तरह से न्याय नहीं दे पाए। अगर आप देशभक्ति और इमोशनल ड्रामा देखना पसंद करते हैं, तो एक बार देख सकते हैं — लेकिन बहुत ज़्यादा उम्मीद लेकर न जाएं फिल्म के लिए |